Page Contents
ToggleOperation Baam By BLF Against Pakistan : हाल ही में कुछ समय से बालूचिस्तान लिबरेशन फ्रन्ट (BLF) ने पाकिस्तान के विरुद्ध अपनी कार्यवाही को काफी हद तक बढ़ा दिया है जिसके बाद रिपोर्ट्स के अनुसार लगभग 70 से अधिक हमलों को अंजाम दिया गया है।
बालूचिस्तान लिबरेशन फ्रन्ट ने अपनी इस कार्यवाही को “ऑपरेशन बाम” नाम दिया है। साथ ही BLF के प्रवक्ता मेजर ग्वाहरम बलोच द्वारा जारी एक प्रेस बयान में कहा गया कि ” बालूचिस्तान लिबरेशन फ्रन्ट ने घोषणा की है कि उसके चल रहे सैन्य अभियान, ऑपरेशन बाम, के 80% लक्ष्यों को सफलतापूर्वक हासिल कर लिया गया है”।
Operation Baam By BLF Against Pakistan : जानें पूरी खबर…

दरअसल, 10 जुलाई 2025 को बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) ने “ऑपरेशन बाम” (जिसका अर्थ “सुबह” है) लॉन्च किया। रिपोर्ट्स के अनुसार यह (Operation Baam By BLF Against Pakistan) एक विशाल, समन्वित 17 हमलों की एक के बाद एक की गई कठोर कार्यवाही थी जो अशांत पाकिस्तानी प्रांत बलूचिस्तान में हुई।
ये हमले मुख्यतः टारगेटिड थे-
- पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान (Pakistani military installations)
- चौकियां और गश्त (Checkpoints and patrols)
- संचार ढांचा (Communications infrastructure)
- प्रशासनिक/सरकारी सुविधाएँ (Administrative/government facilities)
हमलों की कार्यवाही विभिन्न जिलों पंजीगुर, सूराब, केच (टुरबट) और खारन में देखने को मिली। जिसके बाद BLF का कहना है कि हमले “समन्वित” थे और सशस्त्र प्रतिरोध के एक नए चरण की शुरुआत के लिए एक व्यापक योजना का हिस्सा थे।
शुक्रवार (11 जुलाई, 2025) को पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में एक क्रूर हमले से हड़कंप मच गया, जब अज्ञात विद्रोहियों ने झोब (Zhob) के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक यात्री बस को रोका और उनकी पहचान सत्यापित करने के बाद नौ यात्रियों को गोली मारकर हत्या कर दी। अधिकारियों ने पुष्टि की कि सभी पीड़ित पंजाब के निवासी थे। यह हमला क्वेटा-लाहौर मार्ग पर हुआ जिसने एक बार फिर से प्रांत में जातीय टारगेटिड हमलों की बढ़ती प्रवृत्ति को उजागर किया है।
हालांकि बलोचिस्तान सरकार के प्रवक्ता शाहिद रिंद ने इन हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि “इनमें से किसी में भी नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है।”
रिंड ने कहा कि सुरक्षा बलों ने सभी हमलों को सफलतापूर्वक नाकाम कर दिया, जिसमें पुलिस स्टेशनों, संचार टावरों, और बैंकों पर हमले शामिल थे। जबकि क्षेत्र से प्राप्त मीडिया रिपोर्टों में रात भर कई सरकारी स्थलों पर भारी गोलीबारी और हमलों का प्रयास किया गया।

ऐसे ही कुछ दिन पहले बलूचिस्तान के नौ यात्रियों को पंजाब की ओर जा रही बसों से अगवा किया गया और अज्ञात बंदूकधारियों द्वारा उनकी हत्या कर दी गई। जबकि इस हमले की जिम्मेदारी किसी भी समूह ने नहीं ली है फिर भी पाकिस्तानी सरकार ने ‘फिट्ना अल-हिंदुस्तान’ की संलिप्तता का आरोप लगाया है।
जिसके बाद बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री मीर सरफराज बुग्ती ने हमले के पीछे ‘आतंकवादियों’ के लिए ‘कोई दया नहीं’ करने की कसम खाई और कहा “हम हर एक आतंकवादी योजना को पूरी ताकत, अडिग संकल्प और पूरी एकता के साथ कुचल देंगे”।
पाकिस्तान की कार्यवाही-
इस्लामाबाद ने ऑपरेशन हेरोफ 2.0 (Operation Herof 2.0) जैसे बड़े पैमाने पर अभियानों के साथ जवाब दिया है, फिर भी विद्रोहियों को मारने के दावों के बावजूद, जैसे कि जनवरी में 27 बलूच लड़ाकों के निष्प्रभावी होने की रिपोर्ट, ये विद्रोह को दबाने में विफल रहे हैं। नागरिक बमबारी, अपहरण और जातीय हिंसा बेरोकटोक जारी है।
Operation Baam By BLF Against Pakistan : क्या है ‘ऑपरेशन बाम’?
ऑपरेशन ‘बाम’ या ऑपरेशन डॉन, 8 जुलाई को बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट द्वारा घोषित किए गए हमलों की एक श्रृंखला के ऑपरेशनों में से एक है। BLF द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, यह ऑपरेशन “बलूच नेशनल लिबरेशन वॉर में एक नया सूर्योदय” (Operation Baam By BLF Against Pakistan) का प्रतीक है।
“मकरान तटीय क्षेत्र (Makran coastal region) से लेकर पहाड़ी कोह-ए-सुलेमान श्रृंखला ( Koh-e-Suleman range) तक,” BLF ने दुश्मन के खिलाफ “समन्वित और बहुआयामी हमलों” की एक श्रृंखला करने की कसम खाई है।
मेजर ग्वाहरम ने ऑपरेशन की घोषणा करते हुए कहा (Operation Baam By BLF Against Pakistan) “ऑपरेशन बाम का उद्देश्य यह प्रदर्शित करना है कि बलोच योद्धा व्यापक भूगोल में बड़े पैमाने पर समन्वित ऑपरेशनों की योजना बनाने में सक्षम हैं”।
मेजर गवाहराम ने बताया कि अब तक इस अभियान के तहत बीते लगभग 4 दिनों में पूरे बलूचिस्तान में 70 से अधिक समन्वित हमले किए गए हैं। बलूच सरमाचरों (फ्रीडम फाइटर) ने इस रणनीतिक कार्रवाई में राज्य की अवसंरचना, सुरक्षा बलों और पाकिस्तान के आर्थिक हितों को टारगेट (Operation Baam By BLF Against Pakistan) किया है”।
रिपोर्ट्स के अनुसार, BLF के हमले अलग-अलग जिलों में फैल चुके हैं और उन्होंने संपर्कता, ट्रेन सेवाओं को बाधित किया है और चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) के प्रमुख हिस्सों को भी अवरुद्ध करने का काम किया है, जो चीन की बेल्ट और रोड पहल (Belt and Road Initiative) का एक प्रमुख हिस्सा है।
Operation Baam By BLF Against Pakistan : ‘ऑपरेशन बाम’ क्यों है इतना खास?
इस ऑपरेशन को खास बनाने के पहलू है:
इसका व्यापक स्तर और समन्वय-
- यह वर्षों में बलूचिस्तान में सबसे बड़े सिंगल-डे हमलों में से एक है।
- 17 स्थलों पर एक साथ हमला किया गया, जो उच्च स्तरीय समन्वय और योजना को दर्शाता है।
- यह BLF के खिलाफ सैन्य अभियानों के बावजूद उनकी महत्वपूर्ण रसद क्षमता को उजागर करता है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर पर प्रभाव-
- पंजगुर और केच में टेलीकॉम सेवाओं में रुकावट की रिपोर्ट मिली है।
- सुरक्षा बल दूरदराज के क्षेत्रों में लगातार गोलीबारी और सफाई अभियान में लगे हुए हैं।
- संभावित नुकसान (आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हुई)।
प्रतीकात्मक संदेश-
- यह ‘ऑपरेशन बाम’ (डॉन) शीर्षक के तहत शुरू किया गया – जिसका उद्देश्य बलूच प्रतिरोध में एक ‘नई युग’ को दिखाना है।
- BLF ने कहा कि वह ऑपरेशन के समाप्त होने के बाद पूरी जानकारी जारी करेगा, जिससे ताकत दिखाने के लिए प्रचार का संकेत मिलता है।
Operation Baam By BLF Against Pakistan : क्यों है बालूचिस्तान इतना महवपूर्ण?

बलोचिस्तान का अपना भौगोलिक और रणनीतिक महत्व है। यह पाकिस्तान का एक प्रांत है जिसमें 37 जिले और 8 डिवीजन हैं और यह पाकिस्तान का सबसे कम आबादी वाला क्षेत्र है जो इसे पाकिस्तान में विशिष्ट पहचान देता है।
- पाकिस्तान का सबसे बड़ा और सबसे संसाधन संपन्न प्रांत (कोयला, प्राकृतिक गैस, तांबा, सोना) है।
- चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की कुंजी के रूप में इसमें ग्वादर बंदरगाह, राजमार्ग और ऊर्जा पाइपलाइनें शामिल हैं।
- बलूच विद्रोह CPEC और चीन के निवेश के लिए सीधा खतरा है।
चीन का इस क्षेत्र में रोल-
- चीन ने CPEC में 60 अरब डॉलर से अधिक का निवेश किया है।
- बलूच समूहों द्वारा चीनी श्रमिकों और बुनियादी ढाँचे पर हमले बढ़ रहे हैं।
- BLF और अन्य समूह CPEC को ‘उपनिवेशी शोषण’ के रूप में देखते हैं।
हालांकि, मई 2025 में बलोच कार्यकर्ताओं ने संयुक्त राष्ट्र से भी अपील की और कहा की कि वह बलोचिस्तान की स्वतंत्रता को मान्यता प्रदान करे और साथ ही पीसकीपिंग फोर्स (Peacekeeping Force) भेजे। कार्यकर्ताओं ने कहा कि संयुकत राष्ट्र सभी सदस्य देशों की बैठक बुलाकर लोकतान्त्रिक बलोच गणराज्य (Republic Of Balochistan) को मान्यता दे। साथ ही मुद्रा और पासपोर्ट मुद्रण के लिए आवश्यक फंड भी जारी किए जायें।
Republic Of Balochistan Declare By Baloch Neta : बलोच नेताओं ने बलूचिस्तान के स्वतंत्रता की घोषणा की
Operation Baam By BLF Against Pakistan : क्या है BLF?

बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (BLF) एक बलूच राष्ट्रवादी विद्रोही समूह है। वर्ष 1964 में जुम्मा खान मारी (अब पाकिस्तान समर्थक) द्वारा स्थापित किया गया था। जो वर्ष 2004 में डॉ. अल्लाह नज़र बलोच के तहत पुनर्जीवित किया गया जो कि वर्तमान नेता भी हैं इस संगठन के।
यह विद्रोही समूह अपनी (अंडरग्राउंड) हिट-एंड-रन रणनीतियों, आईईडी और स्नाइपर हमलों के लिए जाने जाते हैं। इस बलूचिस्तान लिबरेशन फ्रंट की मांग है-
- पाकिस्तान से बलोचिस्तान की स्वतंत्रता।
- बलोचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों (गैस, खनिज, समुद्र की पहुंच) का दोहन समाप्त करने का एक अंत।
- बलोच लोगों के लिए स्वायत्तता या पूर्ण अलगाव।
ब्रिटिश भारत से स्वतंत्रता के बाद, बलूचिस्तान को एक स्वतंत्र राज्य घोषित किया गया। हालाँकि, 1948 में विभाजन के बाद यह क्षेत्र पाकिस्तान में शामिल कर लिया गया।
दशकों से बलूच लोग पाकिस्तान से स्वतंत्रता की मांग कर रहे हैं। लंबे समय की हिंसा, जबरन अपहरण और मानवाधिकार उल्लंघनों का हवाला देते हुए, मई 2025 में, प्रांत के राष्ट्रवादी नेताओं ने स्वतंत्रता की मांग की और संयुक्त राष्ट्र से “बलूचिस्तान गणराज्य” को मान्यता देने का आग्रह किया।
Operation Baam By BLF Against Pakistan : वर्तमान स्थिति..?
BLF के प्रवक्ता मेजर ग्वाहरम बलोच का कहना है कि BLF ने दिखाया कि बलूच लड़ाके मक़रान तट से लेकर सुलैमान पहाड़ियों तक एक साथ वार कर सकते हैं, यह लिबरेशन आंदोलन में एक नए युग का सूर्योदय है।
साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि (Operation Baam By BLF Against Pakistan) यह केवल शुरुआत है। दुश्मन को भविष्य में भारी परिणामों का सामना करना पड़ेगा।
यह बयान भविष्य के हमलों का संकेत देने को दर्शाते हैं और साथ ही बलोच युवाओं को सशस्त्र विरोध की ओर एकजुट करने के लिए प्रेरित करते हैं।
कुछ रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान की प्रतिक्रिया के रूप में पंजीगुर और केच जैसे क्षेत्रों में सर्च ऑपरेशन चलाए जा सकते हैं साथ ही इन्टेलिजेन्स सूचनाओं के आधार पर स्थानीय बलोच निर्दोष नागरिकों पर खुफिया जानकारी साझा करने का दबाव भी बनाया जा सकता है जो संभवतः स्थानीय नागरिकों के मानवाधिकारों का उल्लंघन होगा।
Note – अन्य खबरों को पढ़ने के लिए नीचे लिंक (link) पर क्लिक करे |
Russia Checkmates USA in Afghanistan !! : रूस ने अमेरिका को दी अफगानिस्तान में मात !!




