Indian Army Surgical Strikes In Myanmar : भारतीय सेना की म्यांमार में सर्जिकल स्ट्राइक!!

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar : हाल ही में भारतीय सेना द्वारा रविवार सुबह म्यांमार की सीमा में ULFA-I और NSCN-K के ठिकानों पर बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक की। रिपोर्ट्स के अनुसार, भारतीय सेना ने उग्रवादी ठिकानों पर ड्रोन हमलों की एक श्रृंखला शुरू की। जिसके बाद ULFA-I ने कहा कि इस हमले में उसके तीन वरिष्ठ नेता मारे गए।

इन हमलों में भारत-म्यांमार सीमा के पास नगा स्व-प्रशासित क्षेत्र में स्थित ठिकानों को निशाना बनाया गया। रिपोर्ट्स के अनुसार, सर्जिकल स्ट्राइक में सौ से ज़्यादा मानवरहित हवाई वाहनों (UAVs) का इस्तेमाल किया गया। यह ऑपरेशन कथित तौर पर म्यांमार सेना के साथ घनिष्ठ समन्वय में किया गया था।

अब इसके क्या रणनीतिक और कूटनीतिक प्रभाव होंगे वह आने वाले समय में सबके सामने होंगे।

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar : जाने पूरी खबर…

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar
Indian Army Surgical Strikes In Myanmar

दरअसल रविवार (13 जुलाई, 2025) को भारतीय सेना ने अपनी सैन्य कार्यवाही के चलते म्यांमार में स्थित यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (ULFA-I) और नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खापलांग (NSCN-K) के ठिकानों को निशाना बनाते हुए सर्जिकल स्ट्राइक (Indian Army Surgical Strikes In Myanmar) की जिसमें भारतीय सेना ने मानवरहित हवाई वाहनों (UAVs) का प्रयोग किया।

यह ड्रोन हमला लंबे समय के बाद उत्तर पूर्व में अलगाववादी समूहों पर भारतीय सेना द्वारा किया गया एक बड़ा अभियान है। म्यांमार से सटे भारतीय सीमा क्षेत्र का इस्तेमाल अलगाववादी समूह लंबे समय से अपने ठिकाने स्थापित करने के लिए करते रहे हैं।

हालांकि, यह ऑपरेशन कथित तौर पर म्यांमार सेना के साथ निकट समन्वय में चलाया गया था जिस कारण इसे म्यांमार सीमा का उल्लंघन नहीं माना जा सकता। हमले के निशाने पर आए कुछ ठिकानों में होयत बस्ती (Hoyat Basti) स्थित ULFA-I का पूर्वी कमान मुख्यालय (ECHQ) और वक्ताम बस्ती (Waktham Basti) स्थित 779 ठिकाने शामिल थे। इस अभियान में संगठन के दो अन्य ठिकानों पर भी हमला किया गया।

इसी तरह से NSCN-K के विभिन्न ठिकानों को UAVs की मदद से निशाना बनाया गया।  

जिसके बाद ULFA-I ने कहा कि इस हमले में उसके तीन वरिष्ठ नेता मारे गए। माना जा रहा है कि इस हमले में ULFA-I का शीर्ष कमांडर नयन मेधी उर्फ नयन असोम मारा गया है। उसे परेश बरुआ के नेतृत्व वाले प्रतिबंधित संगठन का एक प्रमुख रणनीतिकार और सैन्य प्रशिक्षक माना जाता है।

ULFA-I ने एक प्रेस बयान में ड्रोन हमलों की पुष्टि करते हुए कहा कि कई मोबाइल कैंपों पर सुबह ड्रोन से हमले किए गए। संगठन ने बताया कि एक वरिष्ठ नेता मारा गया है, जबकि लगभग 19 अन्य घायल हुए हैं।

बयान में आगे कहा गया है कि रात 2 बजे से सुबह 4 बजे तक किए गए हमलों में उसके ठिकानों के साथ-साथ नागालैंड-म्यांमार सीमा और अरुणाचल-म्यांमार सीमा के पास RPF और PLA के शिविरों को निशाना बनाया गया। ULFA-I के अनुसार, हमले में इज़राइल और फ्रांस में बने ड्रोन का इस्तेमाल किया गया।

हालाँकि, रक्षा बलों ने अब तक ऐसे किसी ऑपरेशन की पुष्टि नहीं की है।

गौरतलब है कि बाद में संगठन ने दावा किया कि जिस समय नयन असोम का अंतिम संस्कार चल रहा था, उसी दौरान उनके ठिकाने पर मिसाइल (Indian Army Surgical Strikes In Myanmar) से हमला हुआ। बयान में कहा गया कि बाद में हुए मिसाइल हमले में ब्रिगेडियर गणेश असोम और कर्नल प्रदीप असोम शहीद हो गए। ULFA-I ने कहा कि उसके शिविरों पर हवाई हमले अभी भी जारी हैं। हालांकि, संगठन ने इस हमले का बदला लेने की कसम खाई है।

ठीक इसी तरह कि सैन्य कार्यवाही 2003 में देखने को मिली थी जब रॉयल भूटान आर्मी (Royal Bhutan Army) ने भारतीय सेना के सहयोग से भूटान में आतंकवादी ठिकानों पर हमले किये थे।

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar : कौन है ULFA-I और NSCN-K आतंकी संगठन??

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar
Indian Army Surgical Strikes In Myanmar

यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम-इंडिपेंडेंट (ULFA-I)-

  • यह एक प्रतिबंधित असमिया अलगाववादी समूह है जो 1979 से संप्रभु असम के लिए लड़ रहा है।
  • इसका नेतृत्व म्यांमार के परेश बरुआ के द्वारा किया जाता है।
  • यह मुख्यतः भारत के अरुणाचल प्रदेश के निकट म्यांमार के सागाइंग डिवीजन (Sagaing Division) में स्थित ठिकानों से सीमा पार गुरिल्ला अभियान चलाता है।

नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड-खापलांग (NSCN-K)-

  • यह एक नागा अलगाववादी समूह है जो ग्रेटर नागालिम (पूर्वोत्तर भारत और म्यांमार के सभी नागा-बसे हुए क्षेत्रों का एकीकरण) की मांग कर रहा है।
  • यह समूह ULFA-I और यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रन्ट ऑफ साउथ-ईस्ट एशिया (UNLFW) जैसे व्यापक समूहों के अंतर्गत अन्य उग्रवादियों के साथ संबंधित है।
  • यह समूह म्यांमार की नागा पहाड़ियों में अन्य उग्रवादी संगठनों को पनाह देने के लिए जाना जाता है।

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar : ऑपरेशन की जानकारी…

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar
Indian Army Surgical Strikes In Myanmar

रिपोर्ट्स के अनुसार-

  • कब/ Date – सुबह, 13 जुलाई, 2025 (Indian Army Surgical Strikes In Myanmar)
  • स्थान – म्यांमार का सागाइंग क्षेत्र और नागा स्व-प्रशासित क्षेत्र, भारत की पूर्वोत्तर सीमा के पार।
  • कार्रवाई – कथित तौर पर भारतीय सेना ने कई उग्रवादी ठिकानों पर बमबारी करने के लिए 100 से ज़्यादा मानवरहित हवाई वाहनों (UAVs) का प्रयोग किया।

टारगेटिड ठिकाने

होयत बस्ती में ULFA-I का मुख्यालय।

वक्तम बस्ती में ULFA-I के 779 ठिकाने।

हन्युरा, निंग्रांग और चटगा बस्ती में NSCN-K के ठिकाने।

परिणाम :

ULFA-I के तीन वरिष्ठ नेता मारे गए-

· नयन मेधी उर्फ नयन असोम (डिप्टी कमांडर-इन-चीफ)

· गणेश असोम (ब्रिगेडियर)

· प्रदीप असोम (कर्नल)

साथ ही ULFA-I के 19 कार्यकर्ता घायल और नयन असोम के अंतिम संस्कार के दौरान हुए मिसाइल हमले में कथित तौर पर दो और वरिष्ठ नेता मारे गए।

ULFA-I का सार्वजनिक बयान-

  • हमलों की पुष्टि की।
  • भारत पर म्यांमार की संप्रभुता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
  • सैन्य जवाबी कार्रवाई करने की शपथ ली।
  • यह पहली बार है जब ULFA-I ने सार्वजनिक रूप से भारतीय कार्रवाई के कारण नेतृत्व खोने की पुष्टि की है।

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar : भारत की ऑपरेशन पर प्रतिक्रिया..?

वर्तमान 13 जुलाई, 2025 की स्थिति तक-

भारतीय सेना / रक्षा मंत्रालय / विदेश मंत्रालय : अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा:

  • मीडिया रिपोर्टों को स्वीकार किया।
  • कहा: “हमें अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली है।

हालांकि, आज बाद में बयान आने की उम्मीद है।

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar : ऑपरेशन की रणनीतिक महत्ता..?

म्यांमार ही क्यों?

  • पूर्वोत्तर भारतीय विद्रोही दशकों से म्यांमार के घने जंगलों को अपने ठिकानों के रूप में इस्तेमाल करते आ रहे हैं।
  • म्यांमार के समन्वय के बिना भारतीय सैनिक कानूनी रूप से वहाँ काम नहीं कर सकते, जिससे ड्रोन हमले गुप्त रूप से आकर्षक हो जाते हैं।

ड्रोन ही क्यों?

  • मानवरहित हवाई वाहन (यूएवी) भारतीय सैनिकों को जोखिम में डाले बिना गहरी पैठ वाले हमले करने की क्षमता प्रदान करता हैं।
  • सटीकता के साथ निगरानी: संभवतः इज़राइली निर्मित हेरॉन ड्रोन, घूमने वाले हथियार (जैसे स्काईस्ट्राइकर), या भारत निर्मित लड़ाकू ड्रोन का इस्तेमाल किया गया होगा।
  • भविष्य के युद्ध का संकेत: अगर इसकी पुष्टि हो जाती है, तो यह भारत का पहला बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय ड्रोन अभियान हो सकता है।

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar : भारत का सीमा पार हमलों का इतिहास..

Indian Army Surgical Strikes In Myanmar
Indian Army Surgical Strikes In Myanmar

हाल के कुछ ताज़ा अभियान इस प्रकार हैं-

ऑपरेशनवर्षटारगेटदेशकिसके द्वारा
हॉट पर्सूट (Hot Pursuit)2015NSCN-Kम्यांमारभारतीय Para SF
सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strikes)2016जैश-ए-मोहम्मद के लॉन्चपैड  पाकिस्तानGround SF
ऑपरेशन सनराइज I/II (Operation Sunrise I/II)2019ULFA-I/NSCN-Kम्यांमारभारत-म्यांमार संयुक्त अभियान  
बलकोट एयरस्ट्राइक (Balakot Airstrike)2019जैश-ए-मोहम्मद कैम्पम्यांमारIAF airstrikes

भारत-म्यांमार की वर्तमान (Indian Army Surgical Strikes In Myanmar) की यह सैन्य कार्यवाही एक उन्नत समन्वय को दर्शाती है। और म्यांमार की तरफ से भी अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है इसलिए माना जा रहा है कि इसमें दोनों देशों ने साझा रूप से इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। 

Note – अन्य खबरों को पढ़ने के लिए नीचे लिंक (link) पर क्लिक करे |

Project Kusha Indian Air Defence System :‘प्रोजेक्ट कुशा’ भारत का अपना देशी S-400 सिस्टम