Boycott Turkey and Azerbaijan :- भारत-पाकिस्तान सैन्य तनाव के बीच तुर्किए और अजरबैजान से पाकिस्तान को बड़ी मात्रा में सैन्य मदद मिली जिसमें से रिपोर्ट के अनुसार रविवार 27 अप्रैल को तुर्किए के C-130 हरक्युलिस सैन्य विमान नें करांची में लैंड किया, जिसमें युद्ध सामग्री भरी हुईं थी। इसके बाद, 6 तुर्की C-130 हरक्युलिस विमान इस्लामाबाद के सैन्य अड्डे पर पहुँचे जिसे पाकिस्तान नें बड़ी सैन्य सहायता माना, जिसके चलते भारत में बॉयकोट्ट तुर्किए और अजरबैजान (Boycott Turkey and Azerbaijan) ट्रेंड करने लगा।
Boycott Turkey and Azerbaijan : तुर्किए का कहना है कि “यह पाकिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन है।“ साथ ही तुर्किए ने कहा कि “कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों और कश्मीरी लोगों की आकांक्षाओं के आधार पर हाल किया जाना चाहिए।“ परिणामस्वरूप भारतीय लोगों में आक्रोश के चलते बॉयकोट्ट तुर्किए और अजरबैजान (Boycott Turkey and Azerbaijan) ट्रेंड करने लगा।
हालाकि, , सैन्य सामग्री की सम्पूर्ण जानकारी नहीं दी गई परंतु तुर्की की यह मदद पाकिस्तान के लिए एक बड़े समर्थन के रूप में है।
Boycott Turkey and Azerbaijan : भारत और तुर्किए के मध्य व्यापारिक स्थिति.

वैसे तो दोनों देशों के मध्य कश्मीर मुद्दे पर मतभेद रहे हैं फिर भी व्यापारिक रिश्ते फिर भी कहीं अधिक बेहतर थे परंतु हाल ही में हुए भारत-पाक सैन्य तनाव के दौरान तुर्की का भरपूर समर्थन पाकिस्तान को प्राप्त हुआ जिसके चलते भारत के देशभक्तों को यह कृत्य भारत के प्रति दुर्भावनापूर्ण लगा जिसका नुकसान तुर्की को उठान पड़ा। जहाँ वित्त वर्ष 2023-24 में, , तुर्की से आयात 232 मिलियन डॉलर (61.9%) घटकर 375 मिलियन डॉलर से 143 मिलियन डॉलर पर आ गया, बॉयकोट्ट तुर्किए और अजरबैजान (Boycott Turkey and Azerbaijan) ट्रेंड का भी असर देखने को मिल रहा है।
Boycott Turkey and Azerbaijan : तुर्की से आयातित होने वाले उत्पाद.
- तुर्की फर्नीचर
- तुर्की चीनी मिट्टी की वस्तुएं
- तुर्की के कालीन
- फैशन परिधान
- बुना हुआ कपड़ा
- सिरेमिक टाइल्स
- जेवर
- चेरी और अन्य फल
- तुर्की सेब
- चॉकलेट और कन्फेक्शनरी
- मसाले और हर्बल चाय
- हेज़लनट्स, अखरोट, किशमिश व बादाम
Boycott Turkey and Azerbaijan : भारत का तुर्किए को निर्यात..

तुर्की के साथ भारत का द्विपक्षीय व्यापार 10.43 अरब डॉलर का था, जिसमें निर्यात 6.65 अरब डॉलर और आयात 3.78 अरब डॉलर रहा, वह एक रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान भारत का तुर्की को निर्यात 9.7 मिलियन डॉलर (2.06%) घटकर 470 मिलियन डॉलर से 461 मिलियन डॉलर पर आ गया।
तुर्किए के प्रभावित क्षेत्र
व्यापार और ट्यूरीस्म क्षेत्र हाल में सर्वाधिक प्रभावित हुए हैं। सेब बाजार में तुर्की की गिरावट। जहाँ भारत में तुर्की से 1.6 लाख टन सेब आयात होता व कुल सेब बाजार में 6-8% हिस्सेदारी रखता था वह अब देशभक्त भारतीय ग्राहकों की असंतुष्टि के चलते घाटे को झेल रहा है। यहाँ तक की सेब उत्पादक संघ ने प्रतिबंध की मांग भी कर दी है। और ट्यूरीज्म क्षेत्र में वर्ष 2023 में 2.75 लाख भारतीय पर्यटक गए तुर्की। 2024 में अनुमानित संख्या थी 3.25 लाख अब बुकिंग 20–25% तक गिर चुकी है। कई टूर ऑपरेटरों ने बुकिंग रोक दी है।
लोगों का यहाँ तक कहना है कि तुर्किए के हाथ खून से सने हैं और बॉयकोट्ट तुर्किए और अजरबैजान (Boycott Turkey and Azerbaijan) ट्रेंड करने लगा।
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