Is This End Of 12 Day War ? : हाल ही में जिस प्रकार ईरान ने कतर पर हमला किया जिसके बाद इजराइल-ईरान युद्ध के मध्यसीजफायरहुआ और फिर सबसे बड़ी बात सीजफायर का उल्लंघन। जिसके बाद यह प्रश्न उठना स्वाभाविक हो गया कि क्या दोनों देशों ने सीजफायर स्वीकार किया या नहीं?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प जहाँ एक ओर पहले दोनों देशों (इजराइल-ईरान) के बीच जिस प्रकार पहले सीजफायर का पूर्ण श्रेय लिया उसके तुरंत बाद ही वह दोनों देशों को सीजफायर का उल्लंघन करने पर धमकाते हुए नजर आए।
Is This End Of 12 Day War ? : जानें पूरी जानकारी…
ईरान का कतर पर हमला-

ईरान ने अपने परमाणु ठिकानों पर हमलों का बदला लेने के लिए 23 जून 2025 को कतर में अमेरिका के अल-उदीद एयर मिलिट्री बेस पर मिसाइलें दागी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कतर की राजधानी दोहा में कई धमाकों की आवाज सुनी गई थी।
कतर के अल-उदीद एयरबेस मिडिल-ईस्ट में अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा है। यहाँ करीब 8,000 से 10,000 के बीच अमेरिकी सैनिक मौजूद हैं।
जिसके बाद ईरान ने कहा “कतर हमारा भाई, हमला उस पर नहीं”। साथ ही ईरान की सुप्रीम नेशनल सिक्युरिटी काउन्सिल ने कहा कि अल-उदीद एयरपोर्ट पर किया गया मिसाइल हमला कतर के रिहायसी इलाकों से दूर था। काउन्सिल ने आगे कहा- यह कार्यवाही हमारे दोस्त और भाईचारे वाले देश कतर और इसके लोगों के लिए कोई खतरा नहीं है। ईरान कतर के साथ अपने ऐतिहासिक रिश्तों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
जिसके जवाब में कतर के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माजेद अल-अंसारी ने कहा कि “ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने अल-उदीद मिलिट्री बेस पर हमला करके कतर की संप्रभुता और एयर स्पेस का उल्लंघन किया है”।
परंतु मजाक की बात यह है कि जहाँ विश्व तृतीय विश्व युद्ध (Is This End Of 12 Day War ?) का कयास लगाने लगी थी वहीं CNN के अनुसार, ईरानी अधिकारियों ने कतर को पहले ही बता दिया था कि वे दोहा में अमेरिकी मिलिट्री बेस पर मिसाइलों से हमला करने जा रहे हैं। इसका मकसद हताहतों को कम करना और हालात को संभालने का रास्ता खुला रखना था।
एक अमेरिकी अधिकारी ने CNN को बताया कि अल-उदीद हवाई अड्डे पर हुए हमले में किसी अमेरिकी सैनिक की मौत या चोट की कोई जानकारी नहीं है। कतर के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि उनके एयर डिफेन्स सिस्टम ने ईरान के मिसाइल हमले को कामयाबी से रोक दिया।
अर्थात यह सब प्री-प्लान्ड था।
अल-उदीद मिलिट्री बेस (कतर)…
यह मिलिट्री बेस मध्य पूर्व में स्थित सबसे बड़ा अमेरिकी सैन्य आधार, जो 1996 में स्थापित हुआ। 24 हेक्टेयर (60 एकड़) के क्षेत्र को कवर करते हुए, इस बेस में लगभग 100 विमानों के साथ-साथ ड्रोन भी हैं।
यह बेस, जिसमें लगभग 10,000 सैनिक रहते हैं, अमेरिकी केंद्रीय कमान (CENTCOM) के लिए अग्रिम मुख्यालय के रूप में कार्य करता है और इराक, सीरिया और अफगानिस्तान में संचालन का केंद्रीय हिस्सा रहा है।
इजराइल-ईरान के बीच सीजफायर-

6 जून 2025 को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से सुबह लगभग 7:45 बजे जानकारी देते हुए बताया कि “इज़राइल और ईरान मेरे पास लगभग एकसाथ आए और कहा, “शांति!” मुझे पता था कि समय अब आ गया है। दुनिया और मध्य-पूर्व वास्तव में विजेता हैं! दोनों राष्ट्रों के भविष्य में अद्भुत प्रेम, शांति और समृद्धि देखने को मिलेगी। उनके पास बहुत कुछ हासिल करने के लिए है, और फिर भी, यदि वे धार्मिकता और सत्य के मार्ग से हटते हैं, तो बहुत कुछ खोने के लिए है। इज़राइल और ईरान के लिए भविष्य असीमित है, और महान वादे से भरा है। भगवान आपका भला करे!”।
इसके बाद ट्रम्प ने आगे बताया कि “सभी को बधाई! इजरायल और ईरान के बीच यह पूरी तरह से सहमत हो गया है कि एक पूर्ण और कुल युद्धविराम होगा (अब से लगभग 6 घंटे में, जब इजरायल और ईरान घायल हो गए हैं और अपनी प्रगति पूरी कर चुके हैं, अंतिम मिशन!), 12 घंटे के लिए, जिस बिंदु पर युद्ध पर विचार किया जाएगा, समाप्त! आधिकारिक तौर पर, ईरान युद्धविराम शुरू करेगा और 12 वें घंटे पर, इज़राइल युद्धविराम शुरू करेगा और 24 वें घंटे पर, 12 दिवसीय युद्ध (THE 12 DAY WAR) के आधिकारिक अंत को दुनिया द्वारा सलामी दी जाएगी। प्रत्येक संघर्षविराम के दौरान, दूसरी ओर शांतिपूर्ण और सम्मानजनक बनी रहेगी। इस मान्यता पर कि सब कुछ वैसे ही काम करेगा जैसे इसे करना चाहिए, जो निश्चित रूप से होगा, मैं दोनों देशों, इजरायल और ईरान, को बधाई देना चाहता हूँ कि उन्होंने “12 दिन की युद्ध” (THE 12 DAY WAR) को समाप्त करने के लिए धैर्य, साहस और बुद्धिमत्ता दिखाई। यह एक युद्ध था जो वर्षों तक चल सकता था, और पूरे मध्य पूर्व को नष्ट कर सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ, और कभी नहीं होगा! गॉड ब्लेस इजरायल, गॉड ब्लेस ईरान, गॉड ब्लेस मध्य-पूर्व, गॉड ब्लेस अमेरिका, और गॉड ब्लेस विश्व!”।
सीजफायर का उल्लंघन-

इजराइल-ईरान जग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने मंगलवार सुबह सीजफायर का ऐलान किया था जिसके कुछ घंटों में ही यह टूट गया (Is This End Of 12 Day War ?) क्योंकि सीजफायर शुरू होने के करीब ढाई घंटे बाद ईरान ने इजराइल पर 6 बलिस्टिक मिसाइलें दाग दीं। एक मिसाइल बीर्शेबा (Beersheba) शहर में इमारत पर गिरी, जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 20 से ज्यादा घायल हो गए।
साथ ही इस्राइल की मगेन डेविड एडम बचाव सेवाओं (Magen David Adom rescue services) ने कहा “जब सूरज उगा तो ईरानी बमबारी ने इस्राइलियों को बॉम्ब शेलटर्स की ओर जल्दी भागने पर मजबूर कर दिया, जिसमें कम से कम चार लोग मारे गए और आठ अन्य घायल हो गए”।
ईरानी हमले के जवाब में इजराइल ने अपनी सेना को तेहरान में हमले का आदेश दिया और इजराइल ने ईरान की राजधानी तेहरान में एक रडार साइट पर हमला (Is This End Of 12 Day War ?) किया। इजराइली आर्मी ने रेडियो पर हमले की पुष्टि की।

वहीं ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराज़्ची ने सीजफायर के बाद कहा कि “हमारी शक्तिशाली सशस्त्र बलों के द्वारा इजराइल के आक्रमण के लिए दंडित करने के लिए सैन्य ऑपरेशन अंतिम मिनट तक, सुबह 4 बजे तक जारी रहे। सभी इरानियों के साथ, मैं हमारे बहादुर सशस्त्र बलों का धन्यवाद करता हूँ, जो अपने प्रिय देश की रक्षा करने के लिए अपनी आखिरी बूंद खून तक तैयार हैं, और जिन्होंने अंतिम मिनट तक दुश्मन के किसी भी हमले का जवाब दिया”।
यह वह समय था जब इजराइल ने ट्रंप के प्रस्ताव को अभी तक स्वीकार नहीं किया था, इससे इजराइल को संभावित रूप से ईरान पर जवाबी हमला (Is This End Of 12 Day War ?) करने के लिए अधिक समय मिला, हालांकि ईरान ने अपने राज्य टेलीविजन पर घोषणा की कि एक समग्र युद्धविराम सुबह 7:30 बजे स्थानीय समय पर शुरू हो गया है। इन हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इजराइल PM बेंजामिन नेतन्याहू को फोन करके ईरान पर हमला रोकने को कहा था। अल जजीरा की रिपोर्ट के अनुसार नेतन्याहू ने ट्रम्प से कहा, ‘मैं हमला नहीं रोक सकता, क्योंकि ईरान ने पहले सीजफायर का उल्लंघन किया और उसे जवाब देना जरूरी है”।
Is This End Of 12 Day War ? : इन सब घटनाओं के बाद ट्रम्प का रिएक्शन…

इन सब घटनाओं से ट्रम्प भड़क उठे और मीडिया के सामने अप-शब्दों का प्रयोग करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि इस्राइल और ईरान “इतनी लंबी और इतनी कठिन लड़ाई कर रहे हैं कि उन्हें यह नहीं पता कि वे क्या कर रहे हैं (“have been fighting so long and so hard that they don’t know what the f*ck they’re doing”)”। अपनी सबसे कठोर आलोचना को सुरक्षित रखते हुए, उन्होंने आगे कहा “मुझे इजराइल से खुशी नहीं है। जब मैं कहता हूँ ‘ठीक है अब आपके पास 12 घंटे हैं’, तो आप पहले घंटे में बाहर नहीं निकलते और जो कुछ भी आपके पास है, उसे उनके ऊपर नहीं गिराते हैं। इसलिए मुझे उनसे खुशी नहीं है। मुझे ईरान से भी खुशी नहीं है”।
ट्रम्प की बातों के प्रमुख बिन्दु-
- ईरान और इज़राइल दोनों ने ‘अनजाने में’ संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।
- ईरान कभी भी अपने परमाणु कार्यक्रम को पुनर्निर्माण नहीं कर पाएगा।
- CNN और MSDNC फर्जी न्यूज हैं।
- वह इज़राइल और ईरान दोनों से असंतुष्ट हैं।
- ‘उन्हें नहीं पता कि वे क्या कर रहे हैं(they don’t know what the f*ck they’re doing )।’
Is This End Of 12 Day War ? : क्या यह “THE 12 DAY WAR” का अंत है..?
यह प्रश्न इसलिए उठ रहा है क्योंकि 22 जून 2025 को, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से पुष्टि की कि अमेरिका की सेना ने 3 ईरानी परमाणु स्थलों पर सीधे एयरस्ट्राइक की है-
- फोर्डो (Fordow Nuclear Facility)
- नतांज (Natanz Enrichment Complex)
- इस्फहान (Isfahan Nuclear Research Center)

और अमेरिका ने दावा किया कि उसने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को नष्ट कर दिया है परंतु अमेरिका के हमले से पहले के उपग्रह चित्रों में फोर्डो परमाणु संयंत्र के बाहर 16 ट्रकों की एक लाइन दिखाई दी, जो एक पहाड़ के अंदर बनी है और जिसे अधिकांश मिसाइल हमलों के प्रति अभेद्य माना जाता है, जिससे आशंका है कि ईरान ने 400 कि. ग्रा. युरेनीअम हमले से पूर्व ही बचा लिया है जो एक अनुमान के अनुसार 10 परमाणु हथियार बनाने के लिए पर्याप्त है, जिससे भविष्य में ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम को फिर से बहाल कर सकता है।
वहीं यू.एस. खुफिया (मुख्य रूप से रक्षा खुफिया एजेंसी – DIA) से लीक हुआ रिपोर्ट निम्नलिखित निष्कर्ष प्रस्तुत करता है:
संरचनात्मक क्षति, लेकिन पूरी तरह से विनाश नहीं-
- हालांकि सतह के ऊपर की संरचनाएं और प्रवेश द्वारों को निशाना बनाया गया, लेकिन कई गहरे भूमिगत सेंट्रीफ्यूज हॉल संरचनात्मक रूप से सलामत रहे।
- बी-2 बमवर्षक सफलतापूर्वक सुरंगों को बंद करने में सक्षम रहे लेकिन अत्यधिक समृद्ध यूरेनियम भंडार गुफाओं या मुख्य सेंट्रीफ्यूज बैंकों में नहीं पहुंचे।
- यह विशेष रूप से फोर्डो के लिए सच है, जो 80 मीटर सशक्त चट्टान के नीचे स्थित है।
परमाणु क्षमता केवल अस्थायी रूप से बाधित हुई-
- हमलों ने ईरान की संवर्धन क्षमता को कुछ महीनों के लिए स्थगित किया हो सकता है, इसे समाप्त नहीं किया।
- मरम्मत और बाईपास का बुनियादी ढांचा पहले से ही भूमिगत मौजूद है।
- खुफिया जानकारी मानती है कि ईरान मरम्मत की दक्षता और राजनीतिक इच्छाशक्ति के आधार पर 3-6 महीनों के भीतर उत्पादन फिर से शुरू कर सकता है।
यूरेनियम भंडार हमले से पहले निकाला गया-
- अमेरिकी अधिकारियों को संदेह है कि ईरान ने हमलों की पूर्व भाकना की थी और 400 किलोग्राम से अधिक समृद्ध यूरेनियम और कुछ उपकरणों को वैकल्पिक, उन-डिस्कलोसेड स्थलों पर स्थानांतरित कर दिया।
- ये स्थानांतरण कार्यक्रम के प्रमुख तत्वों को संरक्षित करते थे, जिससे तेजी से पुनर्प्राप्ति संभव हुई।
जनहानि के आंकड़े या बड़े रिएक्टर पिघलने के मामले की पुष्टि नहीं-
- रिपोर्ट में विकिरण रिसाव या व्यापक सुविधा के ध्वस्त होने का कोई उल्लेख नहीं है।
- ईरानी वैज्ञानिकों की जनहानि या तोड़फोड़ के अभियानों पर सीमित जानकारी है।
Is This End Of 12 Day War ? : भविष्य के लिए संभावित परिदृश्य…
- ईरान प्रतिशोध के रूप में कार्यक्रम को गुप्त रूप से तेज कर सकता है।
- इस्राइल और अधिक हमले कर सकता है।
- ईरान होर्मुज जलडमरूमध्य में बढ़ोतरी कर सकता है साथ ही तेल आपूर्ति मार्गों को भी टारगेट कर सकता है।
- तनाव कम करने के लिए यूरोपीय और एशियाई शक्तियों के साथ पुनर्नवीनीकरण कूटनीतिक जुड़ाव की संभावना।
अतः स्पष्ट है कि इस्राइल, ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूर्ण रूप से समाप्त किए बिना नहीं रुकेगा जो अभी तक नहीं हो पाया है इसलिए कहा जा सकता है कि ट्रम्प का सीजफायर का निर्णय जल्दबाजी में लिया गया फैसला है न कि स्थाई समाधान की दिशा में लिया गया और यह “THE 12 DAY WAR” का अंत नहीं है।
हालांकि, वर्तमान में स्थिति कंट्रोल में कही जा सकती है परंतु यह देखना होगा कि कब तक सब कुछ सामान्य बना रहता है।
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